दीपावली 2025 (Diwali 2025) का त्योहार इस बार बेहद खास है। इस वर्ष 800 साल बाद वैभव लक्ष्मी और महालक्ष्मी राजयोग एक साथ बन रहे हैं, जिससे यह दिवाली ऐतिहासिक और अत्यंत शुभ मानी जा रही है। ऐसा दुर्लभ योग मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा को कई गुना बढ़ा देता है।
आइए जानते हैं — दीपावली 2025 की तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, कथा, मंत्र, और आरती सहित संपूर्ण जानकारी।
दीपावली 2025 की तिथि और महत्व
दीपावली, जिसे लक्ष्मी पूजन का पर्व भी कहा जाता है, हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। यह त्योहार धन, समृद्धि और सुख-शांति का प्रतीक है। 2025 में दीपावली का पर्व Monday, 20 October 2025 को मनाया जाएगा।
यह दिन न केवल मां लक्ष्मी की आराधना का है, बल्कि भगवान गणेश, मां सरस्वती, और कुबेर देव की पूजा का भी विशेष महत्व रखता है।
2025 में बन रहे विशेष राजयोग
इस बार की दीपावली पर वैभव लक्ष्मी योग और महालक्ष्मी राजयोग का संयोग 800 साल बाद बन रहा है।
ज्योतिष के अनुसार —
- चंद्रमा तुला राशि में रहेगा और शुक्र ग्रह उच्च का होने से यह राजयोग बनेगा।
- यह योग धन प्राप्ति, नए कार्यों की सफलता, और समृद्धि के द्वार खोलता है।
जो भी भक्त इस दिन विधिपूर्वक पूजन करेंगे, उन्हें धन लाभ, पारिवारिक सुख और करियर में उन्नति प्राप्त होगी।
लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त (Laxmi Puja Muhurat 2025)
2025 में लक्ष्मी पूजा का शुभ समय निम्न प्रकार है —
| पूजन कार्य | शुभ मुहूर्त |
|---|---|
| लक्ष्मी पूजन मुहूर्त | शाम 05:42 बजे से रात 07:56 बजे तक |
| प्रदोष काल | शाम 05:32 बजे से रात 08:10 बजे तक |
| अमावस्या तिथि प्रारंभ | 20 अक्टूबर को सुबह 06:12 बजे |
| अमावस्या तिथि समाप्त | 21 अक्टूबर को सुबह 05:28 बजे |
इस दौरान पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है।
लक्ष्मी पूजन विधि (Laxmi Puja Vidhi)
दीपावली की शाम को घर की सफाई करने के बाद, पूर्व दिशा की ओर मुख करके पूजा स्थल सजाएं।
पूजा की विधि इस प्रकार है —
- सबसे पहले गणेश जी का पूजन करें — उन्हें मोदक और दूर्वा चढ़ाएं।
- फिर मां लक्ष्मी की प्रतिमा को चांदी या मिट्टी के आसन पर स्थापित करें।
- गंगाजल से शुद्धिकरण करें और उन्हें पुष्प, चावल, रोली, और सिंदूर अर्पित करें।
- चांदी या तांबे के बर्तन में धन की देवी लक्ष्मी को चढ़ावा दें।
- घी के दीपक जलाएं — चार मुख्य दिशाओं में दीपक रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
- परिवार के सभी सदस्य महालक्ष्मी स्तोत्र या श्रीसूक्त का पाठ करें।
- पूजा के बाद कुबेर मंत्र और गणेश लक्ष्मी मंत्र का जाप करें।
लक्ष्मी पूजन कथा (Lakshmi Puja Katha
प्राचीन कथा के अनुसार, एक बार देवताओं और असुरों ने समुद्र मंथन किया, जिससे कई रत्न निकले। उन्हीं में से एक थीं महालक्ष्मी देवी, जिन्होंने भगवान विष्णु को पति के रूप में स्वीकार किया। उस दिन अमावस्या थी — इसलिए उसी दिन से दीपावली पर लक्ष्मी पूजन की परंपरा शुरू हुई।
कहते हैं, जो व्यक्ति इस दिन मां लक्ष्मी की आराधना करता है, उसके घर में धन, वैभव और सौभाग्य का वास होता है।
लक्ष्मी गणेश पूजन मंत्र
लक्ष्मी मंत्र:
“ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्म्यै नमः॥”
गणेश मंत्र:
“ॐ गं गणपतये नमः॥”
कुबेर मंत्र:
“ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये नमः॥”
इन मंत्रों का जप करते हुए दीप जलाने से अत्यधिक शुभ फल प्राप्त होते हैं।
दीपावली आरती
“ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशदिन सेवत, हर विष्णु विधाता॥”
दीपावली की रात यह आरती पूरे परिवार के साथ करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
दीपदान और धनतेरस का महत्व
दीपावली से पहले आने वाले धनतेरस के दिन धनवंतरि देव की पूजा की जाती है। इस दिन सोना, चांदी, या बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। दीपावली की रात को घर के बाहर और तुलसी के पौधे के पास दीप जलाना पितरों की तृप्ति का प्रतीक माना जाता है।
दीपावली पर क्या करें और क्या न करें
करें:
- घर की साफ-सफाई करें और दरवाजे पर तोरण लगाएं।
- देवी-देवताओं के सामने दीपक जलाएं।
- जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र दान करें।
न करें:
- रात में झाड़ू न लगाएं।
- किसी से झगड़ा या कटु वाणी न बोलें।
- बिना पूजा किए नया सामान न इस्तेमाल करें।
दीपावली 2025 सिर्फ एक त्योहार नहीं बल्कि प्रकाश, समृद्धि और नई शुरुआत का प्रतीक है। इस वर्ष का दुर्लभ महालक्ष्मी राजयोग हर व्यक्ति के जीवन में सुख और सफलता लाने वाला होगा। इस पावन अवसर पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा विधि से करें, परिवार के साथ दीप जलाएं, और अपने जीवन में अंधकार से उजाले की ओर बढ़ें।
FAQs
दीपावली 2025 की तिथि क्या है?
दीपावली सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को मनाई जाएगी!
लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त कब है?
शाम 05:42 बजे से 07:56 बजे तक का समय सबसे शुभ माना गया है।
2025 में कौन सा विशेष योग बन रहा है?
इस वर्ष वैभव लक्ष्मी और महालक्ष्मी राजयोग 800 साल बाद बन रहे हैं।
दीपावली पर किन देवताओं की पूजा करनी चाहिए?
मां लक्ष्मी, भगवान गणेश, मां सरस्वती, और कुबेर देव की पूजा करनी चाहिए।
दीपावली पर दीपदान का क्या महत्व है?
दीपदान से अंधकार का नाश होता है और घर में सकारात्मकता तथा देवी लक्ष्मी का आगमन होता है।
